हस्ती है तेरी आँखे
मेरे दिल कि बस्ती है तेरी आँखें
सवेरा हो जो उठती है तेरी आँखे
शाम रंगीन हो जो झुकती है तेरी आँखें
शाम रंगीन हो जो झुकती है तेरी आँखें
शरारत कर तरसती है तेरी आँखे
प्यासे इस दिल को तडपती है तेरी आंखें
प्यासे इस दिल को तडपती है तेरी आंखें
अटखेलियों में उलझती है तेरी आँखें
मोम बने दिल को पिघलती है तेरी आंखें
मोम बने दिल को पिघलती है तेरी आंखें
मैं छुपना भी चाहूं अगर
तोह मुझे ढून्ढ लती है तेरी आँखें
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